Vice President Jagdeep Dhankhar: Biography, Career, Controversies & Resignation 2025
Introduction (परिचय)
जगदीप धनखड़ जी का जन्म 18 मई 1951 को किठाना गाँव में हुआ था जो राजस्थान के झुंझुन जिले में आता है । धनखड़ जी एक वरिष्ठ वकील और राजनेता रहें है । हाल ही में उन्होंने 21 जुलाई 2025 को उपराष्ट्रपति के पद से इस्तीफा दे दिया है ।
Education And Early Life (शिक्षा और प्रारंभिक जीवन)
- प्रारंभिक शिक्षा : किठाना और सैनिक स्कूल
- स्नातक : राजस्थान विश्वविद्यालय से B.Sc + LLB
Law and Political Career (वकालत और राजनीतिक कैरिअर)
- 1979: राजस्थान HC और SC में वकील
- 1989-91: लोकसभा सांसद (झुंझुनू)
- 1990-91: संसदीय कार्य राज्य मंत्री
- 1993-98: राजस्थान विधायक (किशनगढ़)
- 2019–2022: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल
- 2022–2025: भारत के उपराष्ट्रपति
Personal Life (व्यक्तिगत जीवन)
- Patni: Sudesh Dhankhar (educationalist)
- Beti: Kamna Dhankhar (entrepreneur)
- धनखड़ जी एक अनुशाषित और low-profile परिवार से हैं जहाँ public-service पर ध्यान रहता है
Famous Quotes (प्रसिद्ध कथन)
"न्यायपालिका और कार्यपालिका, दोनों लोकतंत्र के दो मजबूत स्तंभ हैं। जब दोनों में असंतुलन होता है, तो देश पीड़ित होता है।" — जगदीप धनखड़, 2024 (राज्यसभा भाषण)
“मैं किसी को भी पद को, उसकी मर्यादा के साथ निभाता हूं, ना कि किसी राजनीतिक दबाव के लिए।” — पश्चिम बंगाल के गवर्नर के रूप में कार्यकाल के दौरान
Controversies (विवाद)
1. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में तनाव
ममता बनर्जी सरकार के साथ उनकी लगातर तनाव भारी रही - चाहे वो कानून व्यवस्था हो, जादवपुर घटना हो, या दीक्षांत भाषण हो। बार-बार सीएम और टीएमसी पर संवैधानिक चूक का आरोप लगाया।
2. न्यायपालिका टिप्पणियाँ (जुलाई 2025) कोच्चि में जस्टिस वर्मा के घर कैश स्कैंडल और "रिटायरमेंट के बाद जजों की नियुक्तियों" पर भी सवाल उठाए गए।
उन्होंने कहा की : "न्यायपालिका की जवाबदेही होनी चाहिए। ये देश के लोकतंत्र के लिए मांग है।"
ये न्यायपालिका-कार्यकारी रिश्ते में एक और खटास है।
Health Updates (2025)
- 9 मार्च, 2025: एम्स दिल्ली में भर्ती (सीने में तकलीफ), बाद में छुट्टी दे दी गई
- 25 जून, 2025: नैनीताल स्टेज कार्यक्रम में फीका रंग
- 21 जुलाई, 2025: स्वास्थ्य कारणों के चलते उन्हें उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया गया
Resignation Update (इस्तीफा)
- इन्होने राष्ट्रपति मुर्मू को अनुच्छेद 67(ए) के तहत इस्तीफा दिया
- इसका प्रभाव 2025 के मानसून सत्र और उपराष्ट्रपति उत्तराधिकार पर पड़ा है
- बीजेपी अब नये उपराष्ट्रपति उम्मीदवार की तलाश में है
Conclusion (निष्कर्ष)
जगदीप धनखड़ एक मजबूत संवैधानिक व्यक्ति हैं, जो अपनी तेज कानूनी दृष्टि, साहसिक भाषण और बकवास रहित दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। उनका करियर इंस्पिरेशन भी था और कंट्रोवर्सी से भरा भी। उनके इस्तीफे के बाद 2025 का राजनीतिक कैलेंडर अब नए उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए काफी महत्वपूर्ण हो गया है।
Comments
Comment section will be displayed here.