चंद्रयान-3 की सफलता: भारत ने रचा इतिहास
भारत ने चंद्रयान-3 मिशन के साथ इतिहास रचा, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग करने वाला पहला देश बना। इस उपलब्धि का महत्व और भविष्य की योजनाएं।
Loading content, please wait...
भारत ने चंद्रयान-3 मिशन के साथ इतिहास रचा, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग करने वाला पहला देश बना। इस उपलब्धि का महत्व और भविष्य की योजनाएं।
लखनऊ: कंपन विज्ञान स्ट्रोक और तनाव से निजात दिलाने में सहायक हो सकता है। जानें कैसे यह तकनीक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
भारत ने परमाणु प्रौद्योगिकी के शांतिपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई, जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा, कृषि और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सुधार करना है।
प्रधानमंत्री ने भारत की विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार में प्रगति को उजागर करते हुए एक लेख साझा किया, जो देश की तकनीकी शक्ति को दर्शाता है।
यह आर्टिकल भारत की सबसे शक्तिशाली रक्षा प्रणालियों में से एक, अग्नि V मिसाइल, के बारे में है। इसमें 20 अगस्त 2025 को हुए अग्नि-5 मिसाइल के सफल परीक्षण का विस्तृत वर्णन है । इस परिक्षण में भारत नें MIRV (Multiple Independently Targetable Reentry Vehicles) तकनीक का अग्नि V के साथ परीक्षण किया, जो की अत्यंत सफल परिक्षण था। इस मिसाइल की मारक क्षमता 5000 किलोमीटर से अधिक है । आर्टिकल में अग्नि सीरीज के इतिहास, उसके विभिन्न वेरिएंट्स (अग्नि-I से अग्नि-VI तक), उनके तकनीकी पर गहराई से चर्चा की गई है। यह बताता है कि कैसे यह मिसाइल सीरीज डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के विज़न का परिणाम है और 'आत्मनिर्भर भारत' पहल को बढ़ावा देती है।
Is article mein hum thorium ke baare mein detail se jaanenge, jo India ki nuclear shakti aur energy independence ka base ban sakta hai. Thorium ke properties, India ke vast reserves, Bhabha ka life aur contribution, three-stage nuclear program (PHWRs, FBRs, AHWRs), current status (2025), global comparison, aur future vision pe deep discussion hai. Yeh article India ko energy superpower banane ki possibilities ko highlight karta hai. इस लेख में हम थोरियम के बारे में विस्तार से जानेंगे, जो भारत की परमाणु शक्ति और ऊर्जा स्वतंत्रता का आधार बन सकता है। थोरियम के गुण, भारत के विशाल भंडार, भाभा का जीवन और योगदान, तीन-चरणीय परमाणु कार्यक्रम (PHWRs, FBRs, AHWRs), वर्तमान स्थिति (2025), वैश्विक तुलना, और भविष्य की दृष्टि पर गहन चर्चा की गई है। यह लेख भारत को ऊर्जा महाशक्ति बनाने की संभावनाओं को उजागर करता है।
INS Nistar ek advanced Indian Navy submarine rescue ship hai, jo emergency situations mein doobi hui submarines ke crew ko bachane ke liye design kiya gaya hai. Ye ship Indian Navy ki underwater strength ko aur powerful banata hai. आईएनएस निस्तार भारतीय नौसेना का एक उन्नत पनडुब्बी बचाव पोत है, जिसे आपातकालीन स्थितियों में डूबी हुई पनडुब्बियों के क्रू को बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह पोत नौसेना की समुद्री ताकत को और भी मज़बूत बनाता है।